Song | Hunchha malai bihan |
Artist | Choying Drolma |
Album | Time |
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हुन्छ मलाई बिहान त्यो क्षण, तिम्रो आँखा खुल्छ जसै। | |
उठ प्राण तिमी, अब जाग न लौ, अनि जाग्छ जुरुक्क जगै...२। | |
सपना नबुन बिपनामा, चाल बरु पाऊ। | |
पसिना छ र लौ माटोमा, रचना रच्दै जाऊ । | |
हर्ताकर्ता तिमी यो जग को, अझ प्राण पनि तिमी नै...२। | |
सब साहस हो जति जे भो, त्यो साहस तिम्रै। | |
स्वर्ग बनाउ या नर्कै, त्यो पनि हो तिम्रै। | |
गर जे गर लौ, जागेर गर, हित होस त्यसले सबकै...२। | |
हुन्छ मलाई बिहान त्यो क्षण, तिम्रो आँखा खुल्छ जसै। | |
उठ प्राण तिमी, अब जाग न लौ, अनि जाग्छ जुरुक्क जगै...२। |
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