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万物生(梵文) |
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萨顶顶 |
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万物生 |
[00:28.72] |
编曲:黄毅 萨顶顶 |
[00:31.89] |
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[00:35.02] |
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[00:46.00] |
ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। |
[00:52.22] |
वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। |
[00:58.64] |
सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। |
[01:04.86] |
अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। |
[01:11.30] |
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं |
[01:17.54] |
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं |
[01:23.84] |
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। |
[01:30.14] |
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः |
[01:37.89] |
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[01:49.18] |
ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। |
[01:55.26] |
वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। |
[02:01.65] |
सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। |
[02:07.92] |
अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। |
[02:14.38] |
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं |
[02:20.68] |
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं |
[02:26.94] |
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। |
[02:33.13] |
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः |
[02:39.80] |
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं |
[02:46.13] |
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं |
[02:52.14] |
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। |
[02:58.37] |
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः |
[03:05.72] |
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[03:28.64] |
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं |
[03:34.69] |
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं |
[03:40.98] |
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। |
[03:47.43] |
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः |
[03:55.45] |
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[03:57.10] |
ॐ वज्रसत्त्व हूं |